एक दिन राजघाट जाने का प्रौग्राम बनाया,मै सुबह 10 बजे के आसपास राजघाट पहुँचा.राजघाट व अन्य समाधि स्थल यमुना नदी के किनारे स्थित है,यह समाधि परिसर लगभग 240 एकड़ भूमि पर फैला है,यहा पर कई समाधि स्थल बने है जैसे:-
*वीरभूमि-राजीव गाँधी,
*शक्तिस्थल-इन्दिरा गाँधी,
*शांतिवन-प०जवाहरलाल नेहरू व संजय गाँधी,
*किसानघाट-चौ० चरण सिहं ,
*विजयघाट-लालबहादुर शास्त्री जी,
*समता स्थल- बाबू जगजीवन राम.
दिल्ली जैसे महानगर जहा फैक्टरीयो व गाडीयो का शोर व भीडभाड से दूर कुछ समय ऐकांत मे बिताना चाहता हो उसे राजघाट परिसर मे अवश्य आना चाहिए.यहां आपको कई तरह के पेड दिखने को मिल जाएगे,यहा पर दो छोटी झील भी बनी है जहा आप घंटो बैठ सकते हो.
राजघाट को नेता लोग कभी कभी धरने वअन्य कार्यक्रम के रूप मे भी उपयोग करने लगे है.
राजघाट दिल्ली का प्रमुख पर्यटनीय स्थल मे से एक है,यह क्रिक्रेट के मैदान फिरोजशाह कोटला मैदान के नजदीक है व इसके नजदीक कश्मीरी गेट बस अड्डा भी है....
क्या-क्या देखे:-
राजघाट:-
यह महात्मा गाँधी जी की समाधि स्थल है,यह काले रंग के सगंमरमर पत्थर से बनी है,गाँधी जी हत्या सन् 1948 मे हुई,यहां पर एक खुबसूरत बगीचा भी बना है जहा तरह तरह के पेड पौधे भी लगे है.
शक्तिस्थल:-
शक्तिस्थल समाधि स्थल हमारे देश की पहली महिला प्रधानमंत्री व प० नेहरू की पुत्री इन्दिरा गाँधी जी की है.यहा पर समाधि के बीचो बीच एक लोहे या पत्थर की बडी सी चट्टान रखी हुई है,जो कुछ कोंग्रेस के हाथ के निशान सा लगता है,यह राजघाट के बहुत नजदीक है ओर इसी के पास ही एक झील भी बनी हुई है.
वीरभूमि:-
इन्दिरा गाँधी के बडे पुत्र व देश के प्रधानमंत्री रह चुके,स्वर्गीय श्री राजीव गाँधी की समाधि स्थल का नाम वीरभूमि है यह राजघाट के नजदीक ही है,यहां समाधि स्थल पर ग्रेनाईट के पत्थर से बने कमल का फूल लगे हुए है इनकी भी हत्या हुई थी.
शान्तिवन:-
शान्तिवन भारत के पहले प्रधानमंत्री प० जवाहर लाल नेहरू की समाधि स्थल है,यहा पर भी एक शानदार पार्क बना हुआ है व पास ही एक झील भी बनी है.
झील के पास व नेहरू जी की समाधि के ठीक पिछे इन्दिरा गाँधी के छोटे पुत्र संजय गाँधी जी की समाधि स्थल भी है,
nice
जवाब देंहटाएंअंकुर जी आपका स्वागत है
हटाएं
जवाब देंहटाएंदिल्ली में बनी कांग्रेस के नेताओं की समाधियों के बढ़िया दर्शन करा दिए आपने सचिन जी !
क्या करे योगी जी जब दिल्ली के इतने बडे भूभाग पर कांग्रेसियो की समाधि बनी है तो देखना तो बनता है ना.
हटाएंआपके ब्लॉग को ब्लॉग एग्रीगेटर ( संकलक ) "ब्लॉग - चिठ्ठा" के "यात्रा - वृतांत" कॉलम में शामिल कर लिया गया है। सादर …. आभार।।
जवाब देंहटाएंकृपया "ब्लॉग - चिठ्ठा" के फेसबुक पेज को भी लाइक करें :- ब्लॉग - चिठ्ठा
कृपया "ब्लॉग - चिठ्ठा" को ट्विट्टर पर फॉलो करें :- https://twitter.com/Blog_Chiththa
बहूत बढीया है
जवाब देंहटाएंधन्यवाद आपका।
हटाएं